सूर्य देव के उपाय
आज हम सूर्य देव के उपाय के बारे मे जानेंगे।
जब भी किसी भी व्यक्ति की सूर्य देव की महादशा या अंतरदशा चलती है या फिर अगर आपकी कुंडली में
सूर्य देव 6 , 8 या 12हवे भाव में हो तो फिर आपको सूर्य देव के उपायों को जरुर करना चाहिए |सूर्य देव
को प्रसन्न करने के अनेको उपाय है । सूर्य देव के उपाय जो की बहुत ही आसान उपाय
है उन्हे जरूर करे।
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1. सूर्य ग्रह की शांति के लिए रविवार के दिन व्रत करना चाहिए।
2 गाय को गेहुं और गुड़ मिलाकर खिलाना चाहिए।
3 किसी ब्राह्मण अथवा गरीब व्यक्ति को गुड़ का खीर खिलाने से भी सूर्य ग्रह के विपरीत प्रभाव में कमी आती है।
4 अगर आपकी कुण्डली में सूर्य कमज़ोर है तो आपको अपने पिता एवं अन्य बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए
इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
5. प्रात: उठकर सूर्य नमस्कार करने से भी सूर्य की विपरीत दशा से आपको राहत मिल सकती है।
6 सूर्य को बली बनाने के लिए व्यक्ति को प्रातःकाल सूर्योदय के समय उठकर लाल पुष्प वाले पौधों
एवं वृक्षों को जल से सींचना चाहिए।
7. रात्रि में ताँबे के पात्र में जल भरकर सिरहाने रख दें तथा दूसरे दिन प्रातःकाल उसे पीना चाहिए।
8 . ताँबे का कड़ा दाहिने हाथ में धारण किया जा सकता है।
9 . लाल गाय को रविवार के दिन दोपहर के समय दोनों हाथों में गेहूँ भरकर खिलाने चाहिए।
गेहूँ को जमीन पर नहीं डालना चाहिए।
10 . किसी भी महत्त्वपूर्ण कार्य पर जाते समय घर से मीठी वस्तु खाकर निकलना चाहिए।
11. हाथ में मोली (कलावा) छः बार लपेटकर बाँधना चाहिए।
12 . लाल चन्दन को घिसकर स्नान के जल में डालना चाहिए।
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सूर्य देव के उपाय कब करे
सूर्य के दुष्प्रभाव निवारण के लिए किए जा रहे टोटकों हेतु रविवार का दिन, सूर्य के नक्षत्र (कृत्तिका,
उत्तरा-फाल्गुनी तथा उत्तराषाढ़ा) तथा सूर्य की होरा में अधिक शुभ होते हैं।
सूर्य देव की महादशा या अंतर्दशा मे क्या न करें
आपका सूर्य कमज़ोर अथवा नीच का होकर आपको परेशान कर रहा है अथवा किसी कारण सूर्य की दशा
सही नहीं चल रही है तो आपको गेहूं और गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आपको इस
समय तांबा धारण नहीं करना चाहिए अन्यथा इससे सम्बन्धित क्षेत्र में आपको और भी परेशानी महसूस
हो सकती है।
सूर्य देव से सम्बंधित दान की वस्तुए
दान गाय का दान अगर बछड़े समेत गुड़, सोना, तांबा और गेहूं सूर्य से सम्बन्धित रत्न का दान दान के विषय में
शास्त्र कहता है कि दान का फल उत्तम तभी होता है जब यह शुभ समय में सुपात्र को दिया जाए। सूर्य से सम्बन्धित
वस्तुओं का दान रविवार के दिन दोपहर में ४० से ५० वर्ष के व्यक्ति को देना चाहिए।